अमेरिका में भारतीय मूल के 66 वर्षीय पत्रकार की संक्रमण से मौत, 9 दिन अस्पताल में रहने के बाद दम तोड़ा; अंतिम संस्कार पर संशय

अमेरिका में न्यूयॉर्क कोरोना का एपिसेंटर बन चुका है। यहां कोरोना से संक्रमित भारतीय मूल के एक पत्रकार ब्रह्म कंचीबोतला (66) की मौत हो गई। बेटे सुदामा ने बताया कि पिता नौ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। कंचीबोतला में पहली बार 23 मार्च को कोरोना के लक्षण नजर आए थे। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें 28 मार्च को लॉन्ग आइलैंड के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें ऑक्सीजन मास्क दिया गया। 31 मार्च से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। 6 अप्रैल की सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। ब्रह्म के परिवार में बेटा सुदामा, पत्नी अंजना और बेटी सिअुजाना हैं। 


अमेरिका में अब तक 12 हजार 841 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां चार लाख लोग संक्रमित हैं। इनमें 4,758 मौतें अकेले न्यूयॉर्क राज्य में हो चुकी हैं। न्यूयॉर्क सिटी में शवों को दफनाने के लिए कब्रिस्तान में जगह नहीं बची है। अधिकारी शवों को सार्वजनिक जगहों पर अस्थायी तौर पर दफनाने की योजना पर काम कर रहे हैं। जब स्थिति बेहतर होगी तो शवों को परिवार वालों की इच्छा के मुताबिक सही जगह दफनाएंगे।


ब्रह्म कंचीबोतला के निधन से दुखी हूं: मोदी


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘भारतीय अमेरिकी पत्रकार ब्रह्म कंचीबोतला के निधन से दुखी हूं। उन्हें भारत और अमेरिका को करीब लाने की उनकी कोशिशों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।’’


अंतिम संस्कार को लेकर परिवार संशय में
कंचीबोतला के बेटे ने कहा ‘‘कोरोना को लेकर न्यूयॉर्क में कई पाबंदियां लगाई गई हैं। ऐसे में यह पता नहीं है कि उनका अंतिम संस्कार कब होगा। हमने अभी तक इसके लिए कोई तारीख तय नहीं की है। इसमें काफी कम लोग शामिल हो सकेंगे। सरकार ने अंतिम संस्कार में सिर्फ 10 लोगों के शामिल होने की इजाजत दी है।’’ 
28 साल से अमेरिका में थे कंचीबोतला
कंचीबोतला पिछले 28 साल से अमेरिका में रह रहे थे। भारत के कई मीडिया संस्थानों में सेवा देने के बाद वे 1992 में अमेरिका गए थे। उन्होंने मर्जर मार्केट्स नामक फाइनेंनशियल पब्लिकेशन में 11 साल तक सेवाएं दी। इसके साथ ही न्यूज इंडिया टाइम्स साप्ताहिक अखबार में भी काम किया था। वे फिलहाल न्यूज एजेंसी यूएनआई के संवाददाता के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे थे।